‘इस’ वजह से किसान जा रहे है फसल बीमा योजना से दूर

भारत कृषी प्रधान देश है। हालांकि, देश में किसानों की आर्थिक स्थिति अभी भी खराब है। केंद्र और साथ ही राज्य सरकारें हमेशा किसानों पर विचार कर रही हैं और उन योजनाओं के साथ आ रही हैं जो उन्हें लाभान्वित करती हैं। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि किसान इन योजनाओं से दूर रहते हैं क्योंकि उन्हें इनका लाभ नहीं मिलता है। फिलहाल एक स्थिती सामने आई है कि भारत में किसान बीमा लेने से इनकार कर रहे हैं। किसान ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ से दूर क्यों जा रहे हैं, जो सभी किसानों के लिए फायदेमंद है? आइए इसे समझते हैं।

वर्तमान में, उत्तर प्रदेश के कई किसानों ने कहा है कि उन्हें इस योजना से कोई लाभ नहीं मिल रहा है। और यही कारण है कि ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ सफल होती नहीं दिख रही है। दरअसल, जब हमने छोटे किसान भाइयों से पूछा कि तो उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र में अक्सर प्राकृतिक आपदाएं आती रहती हैं और फसलों को भारी नुकसान हुआ है। लेकिन हमें बीमा से कोई लाभ नहीं मिला। और अगर लाभ ही नहीं है तो वह बीमा क्यों निकालें? किसानों ने ऐसा गुस्सा भरा सवाल पूछा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में लगभग 2 करोड़ किसानों ने बीमा लिया है लेकिन 25 लाख किसानों को ही इसका लाभ मिला है। बाकी किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिला है। तो अब किसान इस स्थिति में हैं कि वे इस ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ को नहीं लेना चाहते हैं और न ही प्रीमियम कटौती करना चाहते हैं। कोई लाभ नहीं होने पर भी प्रीमियम का भुगतान क्यों करें?

उत्तर प्रदेश में अब तक कई ऐसे किसान हुए हैं जिनका बीमा प्रीमियम हर साल उनके बैंक खाते से कट जाता है लेकिन उन्होंने अब तक इस बीमा का लाभ कभी नहीं लिया है। किसी प्राकृतिक आपदा के लिए आवेदन करने के बाद भी उन्हें यह लाभ नहीं मिला है।

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