बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही, पानी की किल्लत से धान की फसल हो रही चौपट

भारत के विभिन्न राज्यों में भारी बारिश हो रही है, लेकिन उत्तर प्रदेश के कुछ ग्रामीण इलाकों में बारिश की कमी के कारण किसानों की फसलें नष्ट हो रही हैं, जिससे किसानों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के किसान फसल के लिए बारिश की उम्मीद में आसमान की ओर देख रहे हैं। लेकिन देखने में आ रहा है कि पिछले कुछ दिनों से जिले में अच्छी बारिश नहीं हुई है, जिससे किसानों के सिर पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं. इस तरह खेत में सूखने का डर यहां के किसान भाइयों की सबसे बड़ी चिंता है.

देखा जा सकता है कि कुछ धान के खेतों में दरारें पड़ने लगी हैं और कुछ किसानों के खेतों में समय पर पानी नहीं आने के कारण उनकी धान की नर्सरी सूख रही है। इस संदर्भ में जब हमने वहां के किसानों से बात की तो उनका कहना था कि बिजली विभाग के अधिकारियों की मनमानी के कारण किसानों को पानी की समस्या अजातीहै
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मिर्जापुर के किसान बड़े पैमाने पर धान की फसल की खेती कर रहे हैं, लेकिन इस साल अपेक्षित भारी बारिश न होने के कारण इसका सीधा असर फसलों पर पड़ा है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि अगस्त का महीना शुरू हो चुका है और देश के अलग-अलग राज्यों में हल्की से भारी बारिश का सिलसिला जारी है, लेकिन मिर्जापुर में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा है।

ज्ञात हो कि धान की रोपाई अगस्त माह में खेतों में हो जानी चाहिए थी। लेकिन मिर्जापुर सहित परसिया और भवानीपुर फीडर के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांवों के किसानों ने पानी के अभाव में धान की रोपाई नहीं की है।

इन ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले कुछ किसानों को बारिश नहीं होने पर भी मोटर पंपों पर भरोसा करके अपनी धान की फसल को बचाने की उम्मीद थी। लेकिन वहीं किसानों को बिजली विभाग की तरफ से कोई खास मदद नहीं मिली.
जानिए क्या कह रहे किसान
किसान अभय शंकर ने बताया कि बारिश की कमी और बिजली विभाग की लापरवाही के कारण जिले में खेती पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि एक महीना हो गया है, लेकिन जिले में बारिश नहीं हुई है। ऐसे में पंपिंग सेट से सिंचाई कर धान की फसल को जिंदा रखने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन जिले में पिछले एक महीने से बिजली व्यवस्था खराब है। जब किसान बिजली दफ्तर बुलाते हैं तो कई बहाने देकर उन्हें काट दिया जाता है।
फीडर खराब है।
मिर्जापुर जिले में विद्युत वियतरतन उपखंड द्वितीय के अंतर्गत परसिया और भवानीपुर उप-केंद्र हैं। दो दर्जन से अधिक गांव इसके अंतर्गत आते हैं। भवानीपुर फीडर का ट्रांसफार्मर जुलाई की शुरुआत में खराब हो गया था।

मिली जानकारी के अनुसार जेई की रिपोर्ट न लगने के कारण अभी तक ट्रांसफार्मर नहीं बन पाया है। वहीं परसिया उपकेंद्र पर दो फीडर लगाए गए हैं। उनमें से एक काफी समय से धूल खा रहा है। इस तरह फीडर के माध्यम से गांव में बिजली की आपूर्ति की जा रही है। बिजली विभाग की लापरवाही के कारण गांव को पर्याप्त बिजली नहीं मिलती ह।

Leave a Comment